०१:१६ ए एम |
११ जानेवारी, २०२५ | शनिवार, पौष, शुक्ल पक्ष, द्वादशी, शालिवाहन शक: १९४६, विक्रम संवत: २०८१, युगाब्द: ५१२६
पंचांग Vrittabharati
वार : शनिवार | तिथी : द्वादशी
नक्षत्र : रोहिणी | राशी : वृषभ | करण : बालव
योग : शुक्ल | अयनांश : २४ १२'२७"
ऋतू : हेमन्त | आयन : उत्तरायण
सूर्योदय : ७:०२ ए एम | सूर्यास्त : ६:१० पी एम
हवामान

किमान तापमान : २३.२९° से.

कमाल तापमान : २३.८८° से.

तापमान विवरण : scattered clouds

आद्रता : ६३ %

वायू वेग : २.३७ मी. प्रतिसेकंद

स्थळ : Mumbai, IN

२३.२९° से.

हवामानाचा अंदाज

२२.९९°से. - २४.८४°से.

रविवार, १२ जानेवारी टूटे हुए बादल
हवामानाचा अंदाज

२२.२४°से. - २५.४८°से.

सोमवार, १३ जानेवारी कुछ बादल
हवामानाचा अंदाज

२३.३६°से. - २६.५४°से.

मंगळवार, १४ जानेवारी साफ आकाश
हवामानाचा अंदाज

२३.८५°से. - २५.१५°से.

बुधवार, १५ जानेवारी साफ आकाश
हवामानाचा अंदाज

२३.९६°से. - २५.५°से.

गुरुवार, १६ जानेवारी टूटे हुए बादल
हवामानाचा अंदाज

२४.२८°से. - २६.०६°से.

शुक्रवार, १७ जानेवारी घनघोर बादल

मुख्य उपनिषद

मुख्य उपनिषदमुख्य उपनिषद उपनिषदांची संख्या अंदाजे १०८ आहे, त्यापैकी साधारणपणे १३ उपनिषदांना मुख्य उपनिषद म्हणतात. मुख्य उपनिषदे ही ती उपनिषदे आहेत जी सर्वात जुनी आहेत आणि जी सर्वात जास्त वाचली गेली आहेत, पठण-पाठण केली जातात. त्यांच्या निर्मितीचा कालावधी ८०० इसवीसनपूर्व ते इसवी सनाच्या सुरुवातीपर्यंतचा मानला जातो. भारतातील ब्रिटीश राजवटीत काही विद्वानांनी केवळ दहा उपनिषदांना मुख्य उपनिषद मानले असले, तरी आता बहुतेक विद्वान १३ उपनिषदांना मुख्य उपनिषदे मानतात. (१) ईशावास्योपनिषद, (२) केनोपनिषद,...२६ Dec २०२३ / No Comment / Read More »

मुख्य उपनिषद् (हिंदी)

मुख्य उपनिषद् (हिंदी)मुख्य उपनिषद् (हिंदी) उपनिषदों की संख्या लगभग १०८ है जिनमें से प्रायः १३ उपनिषदों को मुख्य उपनिषद् कहा जाता है| मुख्य उपनिषद, वे उपनिषद हैं जो प्राचीनतम हैं और जिनका पठन-पाठन अधिक हुआ है| इनका रचनाकाल ८०० ईसापूर्व से लेकर ईसवी सन के आरम्भ तक माना जाता है| भारत में अंग्रेजों के शासन के समय के कुछ विद्वान यद्यपि केवल दस उपनिषदों को मुख्य उपनिषद की श्रेणी में रखते थे, किन्तु...२६ Dec २०२३ / No Comment / Read More »